ऐसे ही एक महान गुरु महान अर्थशास्त्री, राजनितज्ञ और विश्वविख्यात कूटनीतिज्ञ आचार्य चाणक्य महाराज जी के जीवन परिचय तथा उनके द्वारा रचित चाणक्य नीति पर प्रकाश डालने का प्रयास किया गया हैं यदि आपको अच्छा लगे तो इसे सोशल साइट्स पर शेयर जरूर करे. Chanakya Niti In Hindi.
Chanakya Niti In Hindi First & Second Chapter | चाणक्य नीति हिंदी में |
पूरी तरह मानवी कल्याण के लिए निःस्वार्थ भाव से अपनी तपस्या, ध्यान, गहन अध्यन-चिंतन और जीवनानुभवों द्वारा अर्जित ज्ञान को देना महान भारतीय योगीयों और ऋषि-मुनियों की परम्परा रही हैं. आचार्य चाणक्य ने भी उसी परम्परा का पूरी ईमानदारीपूर्वक निर्वहन किया मानव के कल्याण के लिए उन्होंने चाणक्यनीती का सूत्रपात किया. Chanakya Niti In Hindi.
आचार्य चाणक्य ने अपनी रचना द्वारा मित्रों की सही पहचान करने से लेकर दुश्मनो को पहचानने का तरीका बताया हैं साथ ही पति-परायण और चरित्रहीन महिलाओ के भी लक्षण को अपने गहन अध्यन द्वारा चाणक्य निति में बताया हैं. राजा का कर्त्वय प्रजा के अधिकार जैसे विषयों पर भी प्रकाश डालने का सफल प्रयास किया हैं.
Chanakya Niti First Chapter In Hindi
|
५. दुष्ट पत्नी, झूठा मित्र, बदमाश नौकर और सर्प के साथ निवास साक्षात् मृत्यु के समान है.
Chanakya Niti In Hindi |
६ . व्यक्ति को आने वाली मुसीबतो से निबटने के लिए धन संचय करना चाहिए. उसे धन-सम्पदा त्यागकर भी पत्नी की सुरक्षा करनी चाहिए। लेकिन यदि आत्मा की सुरक्षा की बात आती है तो उसे धन और पत्नी दोनो को तुक्ष्य समझना चाहिए.
७ .भविष्य में आने वाली मुसीबतो के लिए धन एकत्रित करें. ऐसा ना सोचें की धनवान व्यक्ति को मुसीबत कैसी? जब धन साथ छोड़ता है तो संगठित धन भी तेजी से घटने लगता है.
८. उस देश मे निवास न करें जहाँ आपकी कोई ईज्जत नहीं हो, जहा आप रोजगार नहीं कमा सकते, जहा आपका कोई मित्र नहीं और जहा आप कोई ज्ञान आर्जित नहीं कर सकते.
९ . ऐसे जगह एक दिन भी निवास न करें जहाँ निम्नलिखित पांच ना हो:- एक धनवान व्यक्ति , एक ब्राह्मण जो वैदिक शास्त्रों में निपुण हो, एक राजा, एक नदी , और एक चिकित्सक.
१० . बुद्धिमान व्यक्ति को ऐसे देश में कभी नहीं जाना चाहिए जहाँ : रोजगार कमाने का कोई माध्यम ना हो, जहा लोगों को किसी बात का भय न हो, जहा लोगो को किसी बात की लज्जा न हो, जहा लोग बुद्धिमान न हो,और जहाँ लोगो की वृत्ति दान धरम करने की ना हो.
Chanakya Niti In Hindi |
११ . नौकर की परीक्षा तब करें जब वह कर्त्तव्य का पालन न कर रहा हो, रिश्तेदार की परीक्षा तब करें जब आप मुसीबत मे घिरें हों, मित्र की परीक्षा विपरीत परिस्थितियों मे करें, और जब आपका वक्त अच्छा न चल रहा हो तब पत्नी की परीक्षा करे.
१२ . अच्छा मित्र वही है जो हमे निम्नलिखित परिस्थितियों में नहीं त्यागे: आवश्यकता पड़ने पर, किसी दुर्घटना पड़ने पर, जब अकाल पड़ा हो, जब युद्ध चल रहा हो, जब हमे राजा के दरबार मे जाना पड़े, और जब हमे समशान घाट जाना पड़े.
Chanakya Niti In Hindi |
१३ . जो व्यक्ति कसी नाशवंत चीज के लिए कभी नाश नहीं होने वाली चीज को छोड़ देता है, तो उसके हाथ से अविनाशी वस्तु तो चली ही जाती है और इसमे कोई संदेह नहीं की नाशवान को भी वह खो देता है.
१४ . एक बुद्धिमान व्यक्ति को किसी इज्जतदार घर की अविवाहित कन्या से किस वयंग होने के बावजूद भी विवाह करना चाहिए। उसे किसी हीन घर की अत्यंत सुन्दर स्त्री से भी विवाह नहीं करनी चाहिए. शादी-विवाह हमेशा बराबरी के घरो मे ही उिचत होता है.
१६ . अगर हो सके तो विष मे से भी अमृत निकाल लें, यदि सोना गन्दगी में भी पड़ा हो तो उसे उठाये, धोएं और अपनाये, निचले कुल मे जन्म लेने वाले से भी सर्वोत्तम ज्ञान ग्रहण करें, उसी तरह यदि कोई बदनाम घर की कन्या भी महान गुणो से संपनन है और आपको कोई सीख देती है तो गहण करे.
१७ . महिलाओं में पुरुषों कि अपेक्षा: भूख दो गुना, लज्जा चार गुना, साहस छः गुना, और काम आठ गुना होती है.
Chanakya Niti Second Chapter In Hindi
|
3.उस व्यक्ति ने धरती पर ही स्वर्ग को पा लिया हैं :
Chanakya Niti Second Chapter In Hindi
|
चाणक्य नीति हिंदी में |
19. जो व्यक्ति दुराचारी, कुदृष्टि वाले, एवं बुरे स्थान पर रहने वाले मनुष्य के साथ मित्रता करता है, वह शीघ्र नष्ट हो जाता हैं.
20. प्रेम और मित्रता बराबर वालो में अच्छी लगती हैं, राजा के यहाँ नौकरी करने वाले को ही सम्मान मिलता हैं, व्यवसायों में वाणिज्य सबसे अच्छा हैं, एवं उत्तम गुणों वाली स्त्री अपने घर में सुरक्षित रहती हैं.
Chanakya Niti In Hindi |
तो यह Chanakya Niti In Hindi आपको कैसी लगी अपनी प्रतिक्रिया इस निबंध के अंत में कमेंट बॉक्स में अवश्य दे. आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए मार्गदर्शन सामान हैं. प्रेरणा मिलेगी और हम ऐसे ही प्रेरक लेख, शायरी, और कहानियाँ हमेशा खोज-खोज के आपके लिए लाते रहेंगे. Chanakya Niti First And Second Chapter In Hindi | चाणक्य नीति हिंदी में.