Ayodhya Ram Mandir राममय हुई अयोध्या ! भूमि पूजन से जुड़ी अद्भुत तस्वीरें और जानकारियाँ।

विश्व प्रसिद्द Ayodhya Ram Mandir के भूमि पूजन उत्सव का भव्य आयोजन 5 अगस्त को सुनिश्चित किया गया हैं। इस प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के कर कमलो और योगी जी  सुरक्षा में संपन्न होगा।

भूमि पूजन के  कार्यक्रम को भव्य बनाने के लिए राज्य की योगी सरकार, केंद्र की मोदी सरकार और हिन्दू जनता पूरी तरह रम गए हैं। इस लेख में हम भूमि पूजन से जुड़ी सभी तस्वीरें तथा राम मंदिर का संक्षिप्त और सत्य इतिहास को भी बताएँगे। भूमि पूजन से जुडी रोचक जानकारियों के लिए पोस्ट के अंत तक बने रहे।

हिन्दू इस शुभ दिन का हजारों सालो से प्रतीक्षा कर रहे थे।  न जाने हमारी कितनी पीढ़ियों ने अपने प्राण, राम मंदिर की रक्षा या राम मंदिर के निर्माण में लगा दिए। अपने पूर्वजों के बलिदान का ही दें हैं  पीढ़ी को राम मंदिर का निर्माण देखने का पुण्य प्राप्त हुआ हैं।

Ayodhya Ram Mandir का संक्षिप्त इतिहास 

जैसा की हम सभी जानते हैं भारतीय संस्कृति अर्थात हिन्दू संस्कृति हजारों सालो तक राक्षसों, दुष्टों, बलात्कारियों, लूटेरों आदि आदि का गुलाम रहा। गुलामी काल में एक बाबर नाम राक्षस नामर्द ने हमारे पवित्र अयोध्या कदम रख कर न सिर्फ दूषित किया बल्कि हमारे आराध्य श्री राम  के घर जो हमारे लिए सबसे बड़ी मंदिर थी उसे तहस नहस कर दिया और उसी जन्मभूमि पर आशिक जिसका नाम बाबरी था जिससे बाबर अपनी गुदा गर्मी शांत करवाता  था।

उस दुराचारी के नाम पर मस्जिद बना दिया जो 1947 में मिली कथित आज़ादी के बाद भी वह बाबरी मस्जिद सीना तान के हमारे छाती पर खड़ा रहा और ! और! चिल्ला चिल्ला कर कहता रहता की भारत आज़ाद है यह सबसे बड़ा मजाक हैं। बाबरी मस्जिद, बाबा विश्वनाथ मंदिर पर बना ज्ञानवापी मस्जिद, कृष्ण जन्मभूमि की मस्जिद जैसे 30 हजार मस्जिद हमारी गुलामी का प्रतिक हैं।

मैं इन सब विषयों पर गहराई से नहीं जाऊँगा। अब सुख के दिन आने वाले हैं। हिन्दू संस्कृति के दुःख के वैतरणी में पुनः राम निर्माण होना एक संजीवनी सामान हैं। जो हुआ उसको भूल कर नहीं, उसको नोट करके हमें अब ख़ुशी के आशु रोना हैं और खूब दिवाली माननी हैं।

राम जन्मभूमि : राम मंदिर आंदोलन की सफलता 

निसंदेह इस ख़ुशी में सबसे बड़ा योगदान उन सभी क्रांतिकारियों का हैं जिन्होंने हजारो सालो से देशभक्ति यानी की राम भक्ति की अलख जगाई रही सबसे महत्वपूर्ण समय में गन्दी राजनीति की सबसे गंदे काल 1947 में श्यामा मुखर्जी जी, श्री दिन दयाल उपाध्याय जी , महामना मदन मोहन मालवीय, हेडगेवार जी, सुभाष बाबू, चंद्रशेखर तिवारी जी आदि का कोटि कोटि नमन जिन्होंने 1947 में जब सनातन संस्कृति के अंत के लिए बनाया गया सविधान को देखकर आरएसएस , भाजपा, जनसंघ, आर्मी, विश्व हिन्दू परिषद् आदि अनेक संगठन का बीज बोया।

इन सभी सामान विचार वालो को तैयार करने के लिए शिक्षित प्रशिक्षित करने के लिए बनारस हिन्दू विश्व विद्यालय जैसे अनेक संगठन तैयार किये जिन्होंने आज राम मंदिर के आंदोलन को सफल बनाया।

साथ ही सबसे बड़ा योगदान हिन्दू जनता जनार्धन का हैं जिन्होंने पहली बार एक होकर हिन्दू विचारधारा वाले भाजपा या विश्व हिन्दू परिषद् जैसे अनेक संगठनो को समर्थन किया जिस वजह से सविधान और जज की भाषा भी बदली क्युकी यह फैसला यदि कांग्रेस सरकार में आता तो थोड़ी सी जमीन राम लला को दे दी जाती बड़ी से जमीन बाबरी मस्जिद को दे दी जाती और बाकी सारी जमीन दामाद जी को दे दी जाती।

मुरली मनोहर जोशी जी, लालकृष्ण आडवाणी जी, नरेंद्र मोदी जी और योगी जी तो इस शुभ अवसर की आत्मा हैं। इन लोगो के बिना आज हमें यह फैसला नहीं सुनने को मिलता। कोर्ट के फैसले के बाद योगी आदित्यनाथ जी ने राम लला को तिरपाल से बने मंदिर से निकाल कर एक अस्थाई मंदिर में प्रतिस्थापित किया ताकि नए मंदिर निर्माण तक वह विराजमान रह सके।




 Ayodhya Ram Mandir निर्माण के लिए होने वाले भूमि पूजन के उत्सव का साक्षी बनने के लिए अमेरिका से ऑस्ट्रेलिया तक एशिया से यूरोप तक पूरा विश्व थम जायेगा। यह सिर्फ भारत का ही नहीं पुरे विश्व में रहने वाले हिन्दुओं ने इसे पुरे विश्व का उत्सव बना दिया हैं।


राम मंदिर निर्माण का भूमि पूजन हमारे अभी तक के सबसे अच्छे प्रधानमंत्री मोदी जी के कर कमलो द्वारा 5 अगस्त को होगा। यशस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी पहला ईट जिसे खास कर चाँदी से बनाया गया हैं उसको रख कर राम मंदिर का शुभ कार्य प्रारम्भ करेंगे।

                      

भूमि पूजन के कार्य में सिर्फ चांदी की ईट का ही नहीं बल्कि अनेक वस्तुओं का प्रयोग होगा जिनमे मुख्य रूप से  पृथ्वी को अपने शीश पर उठाये रखने वाले शेषनाग महाराज की चाँदी से बानी मूर्ति भी डाली जाएगी जिससे की राम मंदिर का भार आसानी से सहने तथा मंदिर के आधार को सुरक्षा मिलने के आशा जगेगी।

साथ ही चाँदी से बनी बिल्व पत्र जिसपर राम नाम लिखा है और जो देवो के देव महादेव को अत्यंत प्रिय हैं उन्हें भी शेषनाग और ईट के साथ डाला जायेगा ताकि महादेव भी इस कार्य से प्रसन्न होकर सफल होने का आशीर्वाद प्रदान करें।

राम जन्मभूमि पर होने वाले भूमि पूजन के मंडप को पुरे शास्त्रीय विधि से तैयार किया जा रहा हैं। भूमि पूजन  प्रकार का कोई व्यवधान न हो या कोई भी कमी न रह जाए इसके लिए अधिकारी गैन हर पल वहाँ मौजूद हैं। मंडप की सुंदरता को अति दिव्य बनाने की तैयारी लगातार जारी हैं।



पूरा हिन्दू समाज, मोदी सरकार और योगी सरकार सभी मिलकर इस उत्सव को सबसे बड़ा उत्सव बनाने में जी तोड़ मेहनत कर रहे हैं। भूमि पूजन की तैयारियाँ पुरे जोर शोर से चल रही हैं अयोध्या को मर्यादापुरुषोत्तम श्री राम के रंग में रंग दिया गया हैं।

  

अयोध्या में भूमि पूजन के इस शुभ अवसर पर गली-गली को साफ़ सुथरा किया जा रहा हैं। प्रयास ऐसा है की अयोध्या जी को स्वर्ग की तरह सजाया जाये। अयोध्या को राम के रंग में रंगने के लिए एक बार फिर श्री राम के जीवन चरित को जगह - जगह घरो के दीवारों पर बनाया जा रहा हैं। 




अयोध्या के लगभग सभी मंदिरो को पुष्पों से साथ ही बिजली की रंगीन बल्बों से सजाया जा रहा हैं। जिससे की रात के समय में भी धर्मनगरी अयोध्या की सुंदरता में कोई कमी न हो।  अयोध्या के बिड़ला मंदिर के दीवारों को इसी अनुसार सजाया गया हैं।


       
सड़को के दोनों तरह रंगाई पुताई का कार्य जोर-शोर से चल रहा हैं। अनेक प्रकार के पुष्पों के चित्र साथ ही कई मनमोहक आलेखनो को भी बहुत सुंदरता के साथ उकेरा जा रहा हैं.

  


भारत के अलग-अलग जगहों से अयोध्या को श्री राममय बनाने के लिए अनेक चित्रकारों और कलाकारों को पहले से बुलाया गया हैं जो दिन-रात अपने कार्य में अनवरत लगे हुवे हैं.




पुरे अयोध्या में भूमि पूजन के कार्यक्रम को दीपोत्सव के रूप में मनाने की पूरी तैयारी हैं जिसके लिए जगह-जगह साज सज्जा किया जा रहा हैं वही मिटटी के लाखों दीपकों को भी बनाने का कार्य जोर-शोर से चल रहा हैं।




राम की पैड़ी के आस-पास तो आज से ही दीपावली जैसा माहौल हैं। भूमि पूजन को भव्य बनाने के लिए अयोध्या में हर जगह  सबकोई मिलकर खूब म्हणत कर रहा हैं। राम पैड़ी की तस्वीर।




पुरे विश्व में राम मंदिर निर्माण के लिए वस्तुओं का दान खूब हो रहा हैं।  लखनऊ व्यवसायी ने राम मंदिर में चाँदी का दीपक हमेशा जले इसके लिए चाँदी का दीपक ना सिर्फ दान किया बल्कि अपने और अपने धर्मपत्नी के साथ मिलकर उसको प्रज्ज्वलित कर शुभारम्भ भी किया।



भूमि पूजन में आने वाले सभी राम भक्तों के बिच बड़े-बड़े डब्बों में प्रसाद का वितरण किया जायेगा इसके लिए पहले से ही ज्यादा मात्रा में बड़े-बड़े टिन के डब्बों का आर्डर ले लिया गया हैं और पैकिंग भी शुरू हो चुकी हैं।




राम मंदिर के लिए प्रस्तावित मंदिर का रूप रेखा पहले से ही तैयार है जिसे बाद में भव्यतम बनाने के लिए बहुत से सुधार भी किए गए हैं।



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